बेंगलुरु। धारा 370 हटा कर जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद अब केंद्र सरकार घाटी में सालों से बंद पड़े मंदिरों को पुन: खोलने की तैयारी में है।
गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी के अनुसार घाटी में बंद पड़े मंदिरों का सर्वे सरकार द्वारा कराया जा रहा है। गृह राज्यमंत्री रेड्डी ने सोमवार को कहा कि कश्मीर घाटी में करीब 50 हजार मंदिर बंद हैं। इनमें से कुछ तो नष्ट भी हो गए हैं। अब सरकार ने ऐसे सभी मंदिरों के सर्वे का आदेश दिया है। सर्वे के बाद इन मंदिरों की स्थिति सुधारने का कार्य शुरू किया जाएगा और फिर उन्हें श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा ताकि वहां पहले की तरह नियमित रूप से पूजा शुरू हो सके। उल्लेखनीय है कि 90 के दशक में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का दौर शुरू होने के बाद से घाटी से कश्मीरी पंडितों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा था। आतंकियों ने मंदिरों के अलावा कश्मीरी पंडितों को व उनके घरों को भी भारी नुकसान पहुंचाया था। पंडितों के पलायन के बाद घाटी में कई मंदिर बंद हो गए। शोपियां में भगवान विष्णु का प्रसिद्ध विशाल मंदिर है तो पहलगाम में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है जो अभी बंद है। गृह राज्यमंत्री ने बताया कि कश्मीर घाटी में बंद पड़े स्कूलों के सर्वे के लिए भी कमेटी का गठन किया गया है। सर्वे के बाद इन स्कूलों को दोबारा खोला जाएगा।