लखनऊ। हैदराबाद में डॉक्टर से गैंग रेप और फिर उन्हें जिंदा जलाने की वीभत्स वारदात के बाद से पूरे देश आक्रोश व्याप्त है। जगह-जगह लोग धरना-प्रदर्शन कर सख्त कानून बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि अपराधियों में खौफ पैदा हो सके और ऐसी वारदात करने की हिम्मत कोई न कर पाए। इतना सब होने के बावजूद महिलाओं की सुरक्षा अब भी खतरे में ही है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उत्तरप्रदेश में एक ही दिन में तीन जघन्य वारदातें हुईं। दुष्कर्म पीड़ित युवती को सड़क पर जिंदा जला दिया गया, दूसरी युवती को छेड़छाड़ का विरोध करने पर जिंदा फंदे पर लटका दिया गया और तीसरी युवती को दुष्कर्म के बाद हाईवे किनारे फेंक दिया गया।
पहली घटना उन्नाव के एक गांव की है जहां सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार सुबह 6 युवकों ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। मैनपुरी में बदमाशों ने किशोरी कोे जिंदा फंदे पर लटका दिया। इसी तरह मेरठ में हाईवे पर युवती को फेंका गया। वह बेहोश है।
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार सुबह 6 युवकों ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि गुरुवार सुबह 4 बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी तभी गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर, शुभम, शिवम, उमेश ने घेर लिया और सिर पर डंडे से व गले पर चाकू से वार किया। वह गिर पड़ी और तभी उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। शोर मचाने पर भीड़ को आता देख सभी हमलावर भाग निकले। पीड़िता के अनुसार पूर्व में इन्हीं आरोपियों ने उससे दुष्कर्म किया था।
उत्तरप्रदेश के ही मैनपुरी जनपद क्षेत्र के घिरोर कस्बे में छेड़छाड़ के बाद किशोरी को जिंदा फंदे पर लटका दिया गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। किशोरी कस्बे के ही स्कूल में कक्षा नौ की छात्रा थी। मेरठ के कंकरखेड़ा में गुरुवार सुबह एक युवती दिल्ली-मेरठ हाईवे किनो बेहोश पड़ी मिली। सूचना पर पुलिस ने युवती को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार युवती से सामूहिक दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है।