काठमांडू। नेपाल ने भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की बजाए चीन की ओर अपना झुकाव दर्शाया है। भारत की बजाए नेपाल अब चीन के साथ 17 से 28 सितंबर तक संयुक्त युद्धाभ्यास करेगा। यह युद्धाभ्यास चीन के चेंगदु में होगा। हाल ही में पुणे में शुरू हुए बिम्सटेक देशों के युद्धाभ्यास में नेपाल में अपनी सेना की टीम नहीं भेजने की घोषणा की थी। इस युद्धाभ्यास में नेपाल के शामिल नहीं होने के मामले को भारत व अन्य सदस्य देशों ने गंभीरता से लिया है। उल्लेखनीय है कि अगस्त माह में नेपाल में हुई बिम्सटेक की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही सदस्य देशों के संयुक्त युद्धाभ्यास की बात कही थी। इसके बावजूद नेपाल ने युद्धाभ्यास से बाहर रहने का फैसला किया और अब चीन के साथ युद्धाभ्यास करने की घोषणा की है।
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