चंद्रयान 2 का मिशन था जगत से काफी निराला,
गर्व है 'इसरो'और 'सीवन' पर भले छिन गया निवाला ।
चांद पर निश्चित उतरता यान का लेंडर 'विक्रम' ,
'प्रज्ञान ' रोवर चलता गर्व से-उस पर कुछ कदम ।
टूटा हो संपर्क यान से भले ही फिलहाल ,
हौसले पर यकीन है सभी को हर हाल ।
गम है मंजिल न छूने का- आगे जीतेंगे, इसमें नहीं डाउट विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले भी शून्य पर हुए हैं आउट ।
सफलता शान से मिलेगी- जब इरादा है नेक,
बस कुछ समय के लिए लिया है- एक छोटा सा ब्रेक ।
कुछ पाने के लिए भले ही- कुछ खोना हमें पडा है ,
फहराओ चांद पर अपना झंडा- हर भारतीय साथ खड़ा है ।
डॉ. अनिल कुटुम्बले
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