पुणे। पुणे में गत दिवस आईपीएल मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 4 विकेट से हराया। 154 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स ने 19.1 ओवर में 5 विकेट पर 159 रन बनाए। मैच में कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपनी रणनीति अचानक इस तरह बदली कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ सीएसके के 3 विकेट मात्र 27 रनों पर गिर चुके थे और टीम मुश्किल में नजर आ रही थी। धोनी ने सैम बिलिंग्स के शून्य पर आउट होने पर बैटिंग के लिए हरभजन सिंह को भेज दिया। भज्जी के आउट होने के बाद दीपक चाहर को भेजा। धोनी इनके बाद बैटिंग के लिए आए। मैच के बाद धोनी ने मीडिया से चर्चा करते हुए से बदली हुई रणनीति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भज्जी और चाहर को मैंने पहले भेजा ताकि सामने वाला खेमा चकरा जाए। किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों ने भज्जी और चाहर को देख कर यॉर्कर और बाउंसर गेंद फेंकना शुरू कर दिया जबकि बल्लेबाज सामने होने पर गेंदबाज अच्छी लेंथ पर बॉल फेंकते रहते हैं और पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसार ही गेंदबाजी करते हैं। भज्जी और चाहर के खिलाफ गेंदबाज अपनी लय खो बैठे। उन्होंने गुड लेंथ पर गेंदबाजी नहीं की और अपने प्लान से भी हट गए। धोनी का यह दांव टीम को जीत दिलाने में कामयाब रहा। भज्जी ने 22 गेंद पर 19 और चाहर ने 20 गेंद पर 39 रन बनाए। धोनी 7 गेंद पर 16 रन बनाकर नॉटआउट लौटे और टीम को जीत तक पहुंचाया। रैना ने 48 गेंद पर 61 रनों की नॉटआउट पारी खेली।