लंदन। नॉटिंघम टेस्ट में विराट कोहली को मैन आॅफ द मैच चुने जाने पर नया विवाद शुरू हो गया है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का कहना है कि इस अवॉर्ड के हकदार विराट अकेले नहीं थे। बुधवार को नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच भारत ने 203 रनों से जीता था। विराट कोहली ने पहली पारी में 97 और दूसरी पारी में 103 रन बनाए थे। इस योगदान के लिए उन्हें मैन आॅफ द मैच चुना गया। अपनी ऐप 100 एमबी पर लाइव इंटरेक्शन के दौरान सचिन तेंदुलकर ने कहा कि विराट इस अवॉर्ड के अकेले हकदार नहीं थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या नॉटिंघम टेस्ट में विराट की जगह हार्दिक पांड्या को मैन आॅफ द मैच अवॉर्ड दिया जाना चाहिए था, तेंदुलकर ने कहा कि अगर मेरे वश में होता तो मैं हार्दिक और विराट दोनों को मैन आॅफ द मैच चुनता। मैं दोनों को ये अवॉर्ड शेयर करने के लिए देता। भारत की जीत में दोनों का बड़ा योगदान था। विराट की 97 रनों की पारी ने भारत को अच्छा स्कोर दिया और दूसरी पारी में सेंचुरी से इंग्लैंड को बड़ा टारगेट मिला। मेरी नजर में हार्दिक ने पहली पारी में अहम रोल अदा किया। पांड्या ने पहली पारी में 5 विकेट लिए और भारत को अच्छी लीड दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने दूसरी पारी में तेज अर्धशतक भी जड़ा। तेंदुलकर ने कहा कि वह 5 विकेट बहुत जरूरी थे जो पांड्या ने लिए। रूट, जॉनी बेयरस्टो जैसे बल्लेबाजों को आउट करना बड़ी बात थी।