इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण के पूर्व शहर में सफाई कार्य को लेकर की जा रही सख्ती के बावजूद एक क्षेत्र के लोग निगम के अमले पर भारी पड़े। अंतत: निगम के अधिकारियों ने उस जमीन पर स्वच्छता भैरव की स्थापना करा दी जहां लोग कचरा फेंक रहे थे।
अधिकारियों के अनुसार मामला मूसाखेड़ी क्षेत्र के मयूर नगर का है। कॉलोनी में स्थित खाली प्लॉट पर रहवासीगण कचरा डाल रहे थे। उनका कहना था कि निगम की डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियां नियमित रूप से नहीं आती हैं। इस स्थिति में कचरा कहां फेंकें क्योंकि अब तो कहीं कचरा पेटियां भी नहीं हैं। इसलिए मजबूरन हमें खाली जमीन पर कचरा फेंकना पड़ता है। उधर निगम के अधिकारियों का कहना है कि निगम के वाहन कचरा लेने के लिए क्षेत्र में सुबह-शाम नियमित रूप से जा रहे हैं लेकिन उनके पहुंचने में थोड़ा भी विलंब होने पर लोग कचरा प्लॉट पर फेंक जाते हैं। हवा के कारण कचरा चारों तरफ फैल जाता है। निगम ने अपनी व्यवस्था सुधारने की बजाए वहां खाली प्लॉट पर भैरव स्थापना करा दी और नाम दिया स्वच्छता भैरव। इस अवसर पर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी उत्तम यादव भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि खाली प्लॉट पर गुरुवार को लोग कचरा डालने पहुंचे तो वहां स्वच्छता भैरव की मूर्ति देख कर वापस लौट गए। निगम के अधिकारी अपने इस कारनामे पर फूले नहीं समा रहे हैं और उधर क्षेत्र के कुछ हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर आपत्ति लेते हुए निगम के अधिकारियों को घेरने की तैयारी कर ली है। उनका कहना है कि जहां लोग गंदगी फेंक रहे थे वहां देवता की मूर्ति स्थापित करना अपमानजनक है।
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