गुवाहाटी। अरुणाचल प्रदेश के लिए सदियों से पानी का मुख्य जरिया रही सियांग नदी का पानी अचानक काला हो गया है। भारत ने इस मामले में चीन को जिम्मेदार माना है। नदी का पानी खराब होने के कारण क्षेत्र के लोगों के समक्ष पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। स्थानीय लोगों का भी मानना है कि यह चीन की हरकत है क्योंकि इसके पूर्व कभी भी नदी का पानी काला नहीं हुआ है। पूर्वी सियांग के जिला प्रशासन ने नदी के पानी को लेकर चेतावनी जारी की है और इसे उपयोग करने लायक नहीं बताया है। लोगों से कहा गया है कि वे नदी के पानी का उपयोग बिलकुल भी न करें। जिले के डिप्टी कमिश्नर का कहना है कि पानी में सीमेंट जैसा कोई पदार्थ मिला हुआ है। करीब डेढ़ माह पहले नदी में कई मछलियां मर गई थीं। मॉनसून में नदी काली पड़ गई। तब लोगों को लगा कि पानी में मिट्टी मिलने के कारण रंग बदला है लेकिन बारिश का मौसम खत्म होने के बाद भी अब तक नदी का पानी काला है। नवंबर से फरवरी तक नदी का पानी एकदम साफ रहता है। कमिश्नर ने बताया कि शायद चीन द्वारा नदी के पास सीमेंट से जुड़ा कोई काम किया जा रहा है। भारत को आशंका है कि चीन नदी के तिब्बती हिस्से को शिनजियांग प्रांत में मोड़ना चाहता है। इसलिए वह 1 हजार किमी का एक टनल बना रहा है। हालांकि चीन ने इस दावे को खारिज किया है।
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