पिथौरागढ़। वन विभाग के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं का मानना है कि चारों धाम तक हर मौसम में खुली रहने वाली 889 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण से इस क्षेत्र के पर्यावरण को भारी क्षति पहुंच रही है। वन विभाग ने इस खतरे पर संज्ञान लिया और पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को नोटिस भेजा है। साथ ही 12 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
पीएम मोदी ने चार धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को हर मौसम में जोड़ने वाली सड़क के निर्माण घोषणा की थी। इस पर करीब 11 हजार 700 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। फिलहाल टनकपुर-तावघाट नेशनल हाइवे को चौड़ा करने का काम चल रहा है। जिला वन अधिकारी ने कहा है कि हाइवे निर्माण स्थल पर कचरा फेंकने के निर्धारित स्थल के अलावा अलावा बड़ी मात्रा में मलबा जंगल में फेंगा गया है। इससे वनस्पतियों और क्षेत्र के वन्य जीवन को बहुत नुकसान पहुंचा है। हमने इसके लिए एनएच के अधिकारियों को नोटिस दिया है और 12 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। परियोजना के कार्यकारी इंजिनियर एलडी मालेथा ने कहा कि हाइवे पर ट्रैफिक का दबाव अधिक है। इस कारण मजदूरों को मलबा सीधे जंगल में डालना पड़ रहा है। हालांकि ज्यादातर मलबे को निर्धारित स्थान पर ही डाला जा रहा है।
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