भोपाल। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में हर साल विद्यार्थियों की संख्या कम होती जा रही है। इस कारण कॉलेज संचालकों ने इस बार फिर सीटों को सरेंडर करने की तैयारी कर ली है। शिक्षण सत्र 2018-19 में प्राइवेट कॉलेजों द्वारा 10 हजार से अधिक सीटें सरेंडर करने का अनुमान है। अगले सत्र के लिए इंजीनियरिंग सहित अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस की मान्यता की प्रक्रिया एआईसीटीई द्वारा दिसंबर में ही शुरू की जाएगी। शिक्षण सत्र 2017-18 में एआईसीटीई ने प्रदेश के इंजीनियरिंग काँलेजों को 79 हजार 899 सीटों की मंजूरी दी थी। जबकि काउंसलिंग में 70 हजार सीटों को ही शामिल किया था। इनमें से 11 हजाार सीटें सरकारी कॉलेजों ओर शेष सीटें प्राइवेट कॉलेजों की थीं। इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों को रोजगार मिलने में आ रही दिक्कतों के चलते हर वर्ष कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या घटती जा रही है। इसी कारण प्राइवेट कॉलेजों द्वार इस बार भी बड़ी संख्या में सीटें सरेंडर करने की तैयारी चल रही है।
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